संपादित पुस्तक "भारत की विदेश नीति की बुनियादी अवधारणाएँ" भारत की विदेश नीति, कूटनीतिक रणनीति, आदर्शों और अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियों में अंतर्दृष्टि प्रदान करने का एक प्रयास है। यह पुस्तक भारत की विदेश नीति को परिभाषित करने वाली मूलभूत अवधारणाओं पर प्रकाश डालती है।
यह पुस्तक कई देशों के साथ भारत के संबंधों के आवश्यक पहलुओं पर भी जानकारी प्रदान करती है। साथ ही, उन सिद्धांतों की बात करती है जो शेष विश्व के साथ भारत की बातचीत को परिभाषित करते हैं, रणनीतिक अनिवार्यताएं जो विदेश नीति निर्णयों को संचालित करती हैं, और इक्कीसवीं सदी में उपलब्ध विविध चुनौतियों और अवसरों की जांच करती हैं।
इस पुस्तक के माध्यम से पाठक और विद्वान भारत की विदेश नीति की बुनियादी अवधारणाओं के साथ-साथ वैश्विक विकास के सामने देश कैसे खुद को स्थापित करता है और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को कैसे आगे बढ़ाता है, इस बारे में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्राप्त करेंगे। इस पुस्तक में 12 अध्याय हैं जो भारत और विदेशों के लेखकों द्वारा लिखे गए हैं। इस पुस्तक़ में विषय वस्तु की विस्तृत प्रस्तुति पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस पुस्तक का उद्देश्य पाठकों को भारत की विदेश नीति के बारे में गहन, सटीक और आलोचनात्मक जानकारी प्रदान करना है। संपादक का मानना है कि इस पुस्तक से हर विधा के पाठकों को लाभ होगा।