Peshawar Manovigyan (Professional Psychology)

By Dr. Ved Prakash Dubey

Peshawar Manovigyan (Professional Psychology)
Available for 2.33 USD

साहित्य जगत में माँ पर कविताएं लेखन और चिंतन में एक सुखद अहसास दे रही है। माँ के प्रति हमारी भावनाएं अद्वितीय होती हैं और इसी भावना को व्यक्त करने के लिए कवियों ने अनगिनत कविताएं लिखी हैं। इन कविताओं में माँ की ममता, स्नेह और समर्पण का वर्णन होता है जो हमें एक अद्वितीय सुखद अहसास देता है।

ऐसे लेखक जिन्होंने माँ के प्रति अपनी भावनाएं और समर्पण को कविताओं के माध्यम से व्यक्त किया है, उनमें सुभद्राकुमारी चौहान, महादेवी वर्मा, हरिवंश राय बच्चन, रामधारी सिंह दिनकर, और गुलजार जैसे लेखक शामिल हैं। इन कवियों ने माँ के स्नेह, समर्पण और प्यार को अपनी कविताओं में बेहतरीन ढंग से व्यक्त किया है और हमें एक गहरा सुखद अहसास दिया है।

आदरणीय, आज समाज में बदलाव आ रहा है, लेकिन लोगों को आकर्षित करने और पूरी दुनिया में एकता और अखंडता को बनाए रखने में माँ का स्थान संसार में अद्भुत है। लेखन और चिंतन में शामिल कवि, चिंतक, विचारक और शायर विश्व संस्कृति में महिलाओं को सम्मान और आस्था से जुड़ा हुआ एक नया आयाम लेकर आए हैं। काव्य संग्रह में लिखने वाले कवियों ने अपनी सहभागिता से सृजन और आस्था को लेकर इसी पर लिखकर सृजनात्मक साहित्य जगत को एक बार फिर से नई दिशा दी है। आप सबके समक्ष काव्य संग्रह प्रस्तुत है। आपके अमूल्य विचार हमारा मार्गदर्शन करेंगे। शुभकामनाएँ!

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