दिल में सोए जज़्बात का समन्दर कब हिलोरें लेने लगा, जान ही न सका। बहरहाल, उसी की परिणति है, "आशामँजरी", जिसमेँ गीत, ग़ज़लें, कविताएँ, कहानी सभी कुछ है, साथ मेँ इश्क़ और ज़िन्दगी के फ़लसफ़े से रूबरू कराते चन्द क़तआत और रूबाइयात भी।
Book Details
- Country: US
- Published: 2023-02-18
- Publisher: Sahityapedia Publishing
- Language: hi
- Pages: 165
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