मीडिया के इस मायालोक के तमाम आयाम हैं। प्रस्तुत संग्रह में टेलीविजन, अखबार, प्रिंट और सोशल मीडिया के बहुत-से ऐसे पहलुओं की चर्चा की गई है, जो मीडिया के मायालोक का निर्माण करते हैं। साथ ही, कुछ ऐसे मामलों पर भी बात की गई है, जिनके बारे में जानना मीडिया के छात्रों और मीडिया में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण होगा। मीडिया के मायालोक में विमर्श के बहुत-से मुद्दे हैं जिन पर विचार जरूरी है। इस पुस्तक में विशेष रूप से उन विषयों पर बात करने की कोशिश की गई है जो मीडिया के मायालोक के केंद्र में हैं। साथ ही, मीडिया के उन तत्वों और पहलुओं को परखने और उनकी गहन पड़ताल करने का प्रयास किया गया है, जो मीडिया के मायालोक का निर्माण और विस्तार करते हैं। यह पुस्तक मेरे उन तमाम वरिष्ठों और गुरुओं को समर्पित है जिन्होंने मीडिया में कदम रखने से अब तक पग-पग पर मुझे इसके नए-नए आयामों से परिचित कराया और नवोन्मेष की दृष्टि दी।