यह किताब आज़ादी के सत्तर सालों में ज़्यादातर समय तक विमर्श में रहे भारत की नेहरूवादी परिकल्पना के बरक्स देश की एक नई परिकल्पना प्रस्तुत करती है जिसमें समाजवाद, सेक्यूलरिज्म और गुटनिरपेक्षता की परिकल्पनाओं पर नए संदर्भ में विचार किया गया है। यह पुस्तक उदारवाद, सशक्त भारत, सर्वधर्म समभाव और सामूहिक अधिकारों की जगह निजी अधिकारों की रक्षा की वकालत करती है।
यह पुस्तक मानती है कि नब्बे के दशक में शुरू हुए आर्थिक सुधारों को सन् 2019 में बीजपी की दूसरी बार निरंतर जीत ने बल दिया और भारत एक सभ्यताबोध के साथ दुनिया के रंगमंच पर अपनी बातों को रख रहा है। गहन शोध और लेखकों के अपने अनुभवों से भरपूर यह किताब नए भारत की प्रवृत्तियों की बखूबी पड़ताल करती है और उसके लिए मजबूत तर्क भी देती है।
Book Details
- Country: US
- Published: 2023-06-22
- Publisher: Penguin Random House India Private Limited
- Language: hi
- Pages: 368
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